अंतिम बेसिक का 50% पेंशन + DA मिलेगा, कैबिनेट से मिली मंजूरी Old Pension Update

WhatsApp ग्रुप ज्वाइन करे Join Now

Old Pension Update: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पुरानी पेंशन योजना (OPS) का लाभ उन सरकारी कर्मचारियों को देने का आदेश जारी किया है जिनकी भर्ती प्रक्रिया 1 अप्रैल 2005 से पहले शुरू हुई थी, भले ही उनकी ज्वाइनिंग तिथि कुछ भी हो। इस फैसले से उन हजारों कर्मचारियों को राहत मिली है जो पहले नई पेंशन योजना (NPS) के तहत आते थे।

पिछले नियम और उनका प्रभाव

इस बदलाव से पहले, 28 मार्च, 2005 को उत्तर प्रदेश राज्य वित्त विभाग द्वारा जारी एक प्रावधान के अनुसार, 1 अप्रैल, 2005 को या उसके बाद नियुक्त सभी सरकारी कर्मचारी एनपीएस के अंतर्गत आएंगे। यह नियम राज्य सरकार की सेवा, स्वायत्त संस्थानों और राज्य द्वारा वित्तपोषित शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों पर लागू होता था। एनपीएस के कार्यान्वयन से पुरानी योजना की तुलना में कम पेंशन राशि के कारण कई सरकारी कर्मचारियों में असंतोष पैदा हुआ था।

केंद्र सरकार की पहल

3 मार्च 2023 को केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी कर उन कर्मचारियों को भी OPS का लाभ देने का आदेश दिया, जिनके भर्ती विज्ञापन 1 जनवरी 2004 से पहले प्रकाशित हुए थे, भले ही वे बाद में शामिल हुए हों। इस फैसले से उन कर्मचारियों को काफी फायदा हुआ, जो NPS के तहत थे और पुरानी पेंशन योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे थे।

यह भी पढ़े:
Apply for a Personal Loan from Home with PhonePe घर बैठे PhonePe से आसानी से पाएं पर्सनल लोन, जानें आसान शर्तें और आवेदन की पूरी प्रक्रिया

न्यायालय के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश सरकार का निर्णय

न्यायालय के निर्णयों और केंद्र सरकार के 3 मार्च, 2023 के आदेश के आलोक में, उत्तर प्रदेश सरकार ने गहन विचार-विमर्श के बाद, उन कर्मचारियों को ओपीएस लाभ देने का निर्णय लिया, जिनके भर्ती विज्ञापन 28 मार्च, 2005 से पहले जारी किए गए थे, और जिन्हें उन विज्ञापनों के आधार पर नियुक्त किया गया था, भले ही उनकी कार्यभार ग्रहण करने की तिथि 1 अप्रैल, 2005 के बाद की हो।

नये निर्णय के लाभ

  1. वित्तीय स्थिरता : पुरानी पेंशन योजना की बहाली से कर्मचारियों के लिए अधिक वित्तीय स्थिरता और भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
  2. व्यापक कवरेज : इस निर्णय से विभिन्न विभागों, परिषदीय विद्यालयों, सहायता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों और राज्य वित्तपोषित स्वायत्त संगठनों के हजारों सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा, जहां पेंशन योजना लागू थी।
  3. चयन का विकल्प : पात्र कर्मचारियों को उत्तर प्रदेश सेवानिवृत्ति लाभ नियमावली, 1961 के अंतर्गत पुरानी पेंशन योजना को चुनने का विकल्प दिया जाएगा।

निहितार्थ और भविष्य का दृष्टिकोण

उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम अपने कर्मचारियों के हित में एक सराहनीय पहल है। यह कई सरकारी कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही चिंताओं को दूर करता है जो एनपीएस के तहत अपनी सेवानिवृत्ति के बाद की वित्तीय सुरक्षा को लेकर आशंकित थे।

ओपीएस के तहत पेंशन के रूप में अंतिम मूल वेतन और महंगाई भत्ते (डीए) का 50% प्रदान करने के निर्णय से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की वित्तीय संभावनाओं में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है। यह परिवर्तन उत्तर प्रदेश को कई अन्य राज्यों के साथ जोड़ता है, जिन्होंने हाल ही में ओपीएस को वापस अपनाया है, जो सेवानिवृत्ति नीतियों में कर्मचारी कल्याण को प्राथमिकता देने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है।

यह भी पढ़े:
Citibank Loans Up to 30 Lakhs Citibank से पाएं 30 लाख तक का पर्सनल लोन, बिना प्रोसेसिंग फीस के! जानें पूरी प्रक्रिया और कैसे करें आवेदन

इस नीति के क्रियान्वयन के दौरान, इसके राजकोषीय निहितार्थों और दीर्घकालिक स्थिरता की निगरानी करना महत्वपूर्ण होगा। फिर भी, अभी के लिए, यह उन सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी जीत है, जो लंबे समय से अधिक उदार पुरानी पेंशन योजना की वापसी की वकालत कर रहे हैं।

Leave a Comment

WhatsApp ग्रुप