Gold Price Today: आज दिल्ली और इंदौर में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई, जो कीमती धातुओं की कीमतों में वैश्विक गिरावट को दर्शाता है। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने की कीमत 250 रुपये की गिरावट के साथ 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। यह पिछले कारोबारी सत्र के बंद भाव 72,550 रुपये प्रति 10 ग्राम से काफी कम है।
चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट देखी गई, जो 900 रुपये घटकर 90,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले दिन चांदी का बंद भाव 91,500 रुपये प्रति किलोग्राम था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी विशेषज्ञ सौमिल गांधी ने बताया कि दिल्ली के बाजारों में 24 कैरेट सोना 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 250 रुपये कम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर हाजिर सोना 2,316 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से आठ डॉलर कम है। गांधी ने सोने की कीमतों पर दबाव के लिए फेडरल रिजर्व की हालिया आक्रामक टिप्पणियों को जिम्मेदार ठहराया, जिसने निवेशकों की मौद्रिक नीति में ढील की उम्मीदों को कम कर दिया।
चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई और यह 28.95 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई, जो पिछले सत्र के 29.40 डॉलर प्रति औंस के बंद भाव से कम है। इंदौर का सर्राफा बाजार इंदौर के सर्राफा बाजार में भी बुधवार को सोने और चांदी दोनों की कीमतों में गिरावट देखी गई। कारोबारियों के अनुसार, सोने की कीमतों में 100 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई, जबकि चांदी में 900 रुपये प्रति किलोग्राम की अधिक गिरावट देखी गई।
इंदौर में मौजूदा कीमतें: – सोना: 71,800 रुपये प्रति 10 ग्राम – चांदी: 86,900 रुपये प्रति किलोग्राम – चांदी का सिक्का: 900 रुपये प्रति 10 ग्राम बाजार विश्लेषण कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट का कारण वैश्विक आर्थिक कारक, विशेष रूप से फेडरल रिजर्व के हालिया बयान हो सकते हैं। इन टिप्पणियों ने निवेशकों को मौद्रिक नीति के बारे में अपनी अपेक्षाओं का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित किया है, जिसके परिणामस्वरूप सोने और चांदी की कीमतों पर असर पड़ा है।
यह ध्यान देने योग्य है कि सोने की कीमतें अक्सर ब्याज दर अपेक्षाओं और वैश्विक आर्थिक स्थितियों में बदलाव पर प्रतिक्रिया करती हैं। मौजूदा गिरावट बाजार में प्रवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए एक अवसर प्रस्तुत कर सकती है, लेकिन यह वैश्विक आर्थिक रुझानों पर सावधानी और करीबी निगरानी की आवश्यकता का भी संकेत देती है।
हमेशा की तरह, संभावित निवेशकों और खरीदारों को सलाह दी जाती है कि वे कीमती धातुओं में कोई भी महत्वपूर्ण खरीदारी या निवेश निर्णय लेने से पहले स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार के रुझानों पर नज़र रखें।