Gold Price Today: भारतीय आभूषण बाजारों में सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों ने उपभोक्ताओं को परेशान कर दिया है, क्योंकि घरेलू बजट पर दबाव पड़ रहा है। अगर आप सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो अब और देरी न करें, क्योंकि ऐसे ऑफर अक्सर नहीं आते हैं। हालाँकि सोने के लिए बाजार की दरें बढ़ती जा रही हैं, फिर भी आप खरीदारी कर सकते हैं।
सोने की मौजूदा दरें
बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 72,220 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 66,240 रुपये प्रति दस ग्राम है। सर्राफा बाजार में आभूषण विक्रेताओं का सुझाव है कि आने वाले दिनों में ये दरें और बढ़ सकती हैं। अगर ऐसा हुआ, तो सोना खरीदना अब आसान काम नहीं रह जाएगा।
प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
दिल्ली
- 24 कैरेट सोना: 72,370 रुपये प्रति दस ग्राम
- 22 कैरेट सोना: 66,390 रुपये प्रति दस ग्राम
मुंबई
- 24 कैरेट सोना: 72,220 रुपये प्रति दस ग्राम
- 22 कैरेट सोना: 66,240 रुपये प्रति दस ग्राम
चेन्नई
- 24 कैरेट सोना: 72,870 रुपये प्रति दस ग्राम
- 22 कैरेट सोना: 65,790 रुपये प्रति दस ग्राम
हैदराबाद
- 24 कैरेट सोना: 72,220 रुपये प्रति दस ग्राम
- 22 कैरेट सोना: 66,240 रुपये प्रति दस ग्राम
ये कीमतें खरीदारों के लिए एक सुनहरा अवसर पेश करती हैं। अगर आप सोना खरीदने में देरी करते हैं, तो आपको बाद में पछताना पड़ सकता है, क्योंकि आने वाले दिनों में कीमतों में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
चांदी की कीमतों में भी उछाल
सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतों में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है, जिससे लोग खरीदारी के लिए बाहर निकल रहे हैं। एक किलोग्राम चांदी की मौजूदा कीमत 91,700 रुपये है। यह ध्यान देने योग्य है कि IBJA (इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन) द्वारा जारी की गई दरें आम तौर पर पूरे देश में स्वीकार की जाती हैं। हालांकि, कर लागू होने के बाद कीमतें थोड़ी अधिक हो सकती हैं।
विशेषज्ञ सलाह
बाजार विशेषज्ञ संभावित खरीदारों को यह अवसर न चूकने की सलाह देते हैं। सोने की कीमतों में और वृद्धि की उम्मीद के साथ, अब कीमती धातु में निवेश करने का सबसे अच्छा समय हो सकता है। हालांकि, किसी भी निवेश की तरह, महत्वपूर्ण खरीदारी करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति पर विचार करना और वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं, जिनमें शामिल हैं: 1. वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ 2. मुद्रा विनिमय दरें, खास तौर पर अमेरिकी डॉलर 3. भू-राजनीतिक तनाव 4. उद्योगों और आभूषण क्षेत्रों से मांग 5. केंद्रीय बैंक की नीतियाँ
निष्कर्ष
चूँकि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, इसलिए उपभोक्ताओं को यह तय करना होगा कि अभी खरीदना है या इंतज़ार करना है। हालाँकि मौजूदा कीमतें ऊँची लग सकती हैं, लेकिन विशेषज्ञों का सुझाव है कि निकट भविष्य में वे और भी ऊँची हो सकती हैं। चाहे निवेश के लिए हो या निजी इस्तेमाल के लिए, सोने की खरीदारी पर विचार करने वालों को बाद में ऊँची कीमतों से बचने के लिए जल्द ही कदम उठाना चाहिए।