Diwali Gold Price Forecast: जैसे-जैसे त्योहारी सीजन नजदीक आ रहा है, भारत में सोने की कीमतों में संभावित उछाल आने की संभावना है, विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिवाली 2024 तक इसमें काफी वृद्धि होगी। यह अनुमानित वृद्धि विभिन्न आर्थिक कारकों और मौसमी मांग से प्रभावित कीमती धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव की अवधि के बाद आती है।
वर्तमान बाजार परिदृश्य
सोने की कीमतें हाल ही में ₹70,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास स्थिर हो गई हैं, जबकि चांदी लगभग ₹81,000 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है। ये दरें 22 जुलाई को घोषित केंद्रीय बजट में सीमा शुल्क हटाने के बाद गिरावट की अवधि के बाद आई हैं। हालांकि, बाजार ने रिकवरी के संकेत दिखाए हैं, जो आगामी त्योहारी सीजन के लिए मंच तैयार कर रहा है।
पूर्वानुमान को प्रभावित करने वाले कारक
सोने की कीमतों में तेजी के पूर्वानुमान में कई प्रमुख कारक योगदान दे रहे हैं:
- त्यौहारी और शादी के मौसम की मांग: आगामी महीनों में दिवाली और 16 शुभ विवाह तिथियों के साथ, विशेषज्ञों को सोने की खरीद में उछाल की उम्मीद है।
- आयात रुझान: सोने के आयात में हाल ही में गिरावट (पिछले वर्ष की तुलना में अप्रैल से जुलाई 2024 तक 4.23% की गिरावट) के बावजूद, विश्लेषकों को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन की प्रत्याशा में आयात में वृद्धि होगी।
- वैश्विक आर्थिक कारक: अमेरिकी ब्याज दरों में संभावित कमी और चल रहे भू-राजनीतिक तनावों से सोने की कीमतों में तेजी आने की संभावना है।
- केंद्रीय बैंकों द्वारा निरंतर सोने की खरीद से सोने की कीमतों को अतिरिक्त समर्थन मिल रहा है।
दिवाली पर विशेषज्ञों की भविष्यवाणियां
बाजार विशेषज्ञ आने वाले महीनों में सोने के प्रदर्शन को लेकर आशावादी हैं। उनका अनुमान है कि दिवाली तक 10 ग्राम सोने की कीमत 75,000 रुपये तक पहुंच सकती है। यह पूर्वानुमान अगस्त-अक्टूबर के त्यौहारी सीजन के दौरान मांग में अपेक्षित वृद्धि और वैश्विक आर्थिक कारकों पर आधारित है।
निवेश परिप्रेक्ष्य
मौजूदा आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण सोना एक आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सोने की कीमतों में निरंतर वृद्धि के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं, जिसके लिए निम्न कारक जिम्मेदार हैं:
- अमेरिका में ब्याज दरें कम होने की उम्मीद
- जारी भू-राजनीतिक तनाव
- राजनीतिक या आर्थिक अनिश्चितता के समय में सुरक्षित परिसंपत्ति के रूप में सोने की स्थिति
देखने लायक मुख्य तिथियाँ
निवेशकों और उपभोक्ताओं को आगामी त्यौहारों और शुभ तिथियों पर नजर रखनी चाहिए, जो आमतौर पर सोने की मांग को बढ़ाते हैं:
- रक्षा बंधन: 19 अगस्त
- जन्माष्टमी: 26 अगस्त
- गणेश चतुर्थी: 7 सितंबर
- दशहरा: 12 अक्टूबर
- धनतेरस: 29 अक्टूबर
- दिवाली: 1 नवंबर
इसके अतिरिक्त, नवंबर और दिसंबर में अनेक विवाह मुहूर्त होने से सोने की मांग में और वृद्धि होने की संभावना है।
जैसे-जैसे त्योहारों का मौसम आ रहा है, बाजार पर नजर रखने वाले लोग इन रुझानों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, ताकि यह देखा जा सके कि क्या विशेषज्ञों की स्वर्णिम दिवाली की भविष्यवाणियां सच साबित होती हैं।