LPG Cylinder News: उत्तर प्रदेश के लाखों निवासियों का इंतज़ार खत्म होने वाला है क्योंकि उन्हें मुफ़्त एलपीजी सिलेंडर मिलने वाले हैं। पिछले साल नवंबर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित इस पहल को लगभग ढाई महीने में मूर्त रूप दिया जाना है। आइए इस योजना और इसके निहितार्थों के बारे में विस्तार से जानें।
योजना की व्याख्या
पिछले नवंबर में, सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों को साल में दो बार – दिवाली और होली के दौरान मुफ्त एलपीजी सिलेंडर मिलेंगे। मार्च में होली के दौरान वितरण के बाद, राज्य सरकार अब दिवाली वितरण के लिए कमर कस रही है। इस साल दिवाली नवंबर के पहले सप्ताह में पड़ने के कारण, पीएमयूवाई लाभार्थी लगभग ढाई महीने में अपने मुफ्त एलपीजी सिलेंडर की उम्मीद कर सकते हैं।
पात्रता मापदंड
यह योजना विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए है जो PMUY के लाभार्थी हैं। इस लाभ को प्राप्त करने के लिए, लाभार्थियों को अपने बैंक खातों को अपने आधार कार्ड से लिंक करना होगा। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह योजना प्रति घर केवल एक कनेक्शन के लिए लागू है। उत्तर प्रदेश में लगभग 2 करोड़ PMUY लाभार्थी हैं जो इस पहल से लाभान्वित होंगे।
उज्ज्वला योजना की उत्पत्ति
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में की थी। इसकी शुरुआत से लेकर अब तक इस योजना के तहत 9 करोड़ से ज़्यादा लाभार्थियों को मुफ़्त एलपीजी कनेक्शन मिल चुके हैं। केंद्र सरकार PMUY के तहत हर सिलेंडर पर 300 रुपये की सब्सिडी देती है। यह सब्सिडी शुरू में 200 रुपये थी, लेकिन पिछले साल अक्टूबर में इसमें 100 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।
अन्य राज्यों में भी इसी प्रकार की पहल
यह ध्यान देने योग्य है कि उत्तर प्रदेश ही ऐसा एकमात्र राज्य नहीं है जो इस तरह के लाभ प्रदान कर रहा है। हाल ही में रक्षा बंधन के दौरान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने भी विभिन्न पहलों के तहत महिलाओं को मुफ्त एलपीजी सिलेंडर प्रदान करने की योजना की घोषणा की।
प्रभाव और अपेक्षाएँ
इस योजना से उत्तर प्रदेश के लाखों परिवारों को, खास तौर पर त्योहारी सीजन के दौरान, काफी राहत मिलने की उम्मीद है। मुफ़्त एलपीजी सिलेंडर देकर सरकार का लक्ष्य स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ावा देना और कम आय वाले परिवारों पर वित्तीय बोझ कम करना है।
जैसे-जैसे कार्यान्वयन की तिथि नजदीक आती है, लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे इस लाभ को सुचारू रूप से प्राप्त करने के लिए अपने दस्तावेज़ों को सही रखें। इस योजना की सफलता संभावित रूप से अन्य राज्यों में भी इसी तरह की पहल को प्रेरित कर सकती है, जिससे सभी के लिए सुलभ और सस्ती स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्य को आगे बढ़ाया जा सके।