Gold Price Today: मंगलवार, 6 अगस्त, 2024 को भारत में सोने का बाज़ार अपेक्षाकृत स्थिर रहा, और प्रमुख शहरों में कीमतें स्थिर रहीं। यह वैश्विक आर्थिक स्थितियों में उतार-चढ़ाव और कीमती धातु की स्थानीय मांग में उतार-चढ़ाव के बीच हुआ है।
प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों में सोने की दरें
देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹70,720 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। वहीं, मुंबई और कोलकाता में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹70,570 प्रति 10 ग्राम रही। चेन्नई में यह थोड़ा कम होकर ₹70,350 प्रति 10 ग्राम पर आ गई। 22 कैरेट सोने में रुचि रखने वालों के लिए, दिल्ली में यह दर लगभग ₹64,840 प्रति 10 ग्राम, मुंबई में ₹64,699 और चेन्नई में ₹64,710 थी।
अन्य प्रमुख शहरों में भी इसी तरह के रुझान देखे गए। अहमदाबाद में 22 कैरेट सोने की खुदरा कीमत ₹64,740 प्रति 10 ग्राम थी, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत ₹70,620 थी। बेंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹70,570 प्रति 10 ग्राम बताई गई, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में एकरूपता को दर्शाता है।
चांदी बाजार और पिछले दिन का समापन
चांदी के बाजार में मामूली गिरावट देखी गई, जिसके बाद इसकी कीमत 85,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। यह गिरावट का सिलसिला जारी रहने का संकेत है, क्योंकि सोमवार को पिछले कारोबारी सत्र में चांदी की कीमत 1,300 रुपये गिरकर 84,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
दिलचस्प बात यह है कि सोमवार को चांदी में गिरावट के बावजूद सोने में मामूली बढ़त देखने को मिली। सोने की कीमत शनिवार के बंद भाव 72,550 रुपये से 250 रुपये बढ़कर 72,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई।
बहुमूल्य धातुओं की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने और चांदी की कीमतों में मौजूदा स्थिरता और मामूली उतार-चढ़ाव के लिए कई कारक योगदान देते हैं। वैश्विक आर्थिक संकेतक, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संबंध और घरेलू मांग सभी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आभूषण बाजार, विशेष रूप से भारत में त्यौहारों और शादियों के मौसम के साथ, अक्सर स्थानीय सोने की कीमतों को प्रभावित करता है।
निवेशक और उपभोक्ता दोनों ही इन रुझानों पर कड़ी नज़र रख रहे हैं, क्योंकि सोना एक लोकप्रिय निवेश विकल्प और भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग बना हुआ है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बने रहने के कारण, कई लोग सोने को एक सुरक्षित-संपत्ति के रूप में देखते हैं, जो आने वाले महीनों में मांग और कीमतों को बढ़ा सकता है।